कल्प वृक्ष है साल वृक्ष

                   कल्प वृक्ष है साल वृक्ष

पर्यावरण को संतुलित बनाये रखना वृक्ष का अहम भूमिका है, पर्यावरण के अलावा जीव जंतु, मनुष्य, सारे के जीवनदाता है।वृक्ष जीव जंतु का सबसे महत्वपूर्ण चीज "वायु" प्रदान करता है , एवं अशुद्ध वायु को शुद्ध करने के भी क्षमता रखते हैं। कहते हैं कि —

                     "वृक्ष हमारा जीवनदाता

                     विष पीकर अमृत बरसाता "

उन्हें में से एक है साल वृक्ष।यह वृक्ष एक अर्ध पर्णपाती और व्दिबीजपत्री बहुवर्षीय वृक्ष है।साल वृक्ष को अंग्रेजी में 'शेरिया रोबुस्टा ' कहा जाता है।इस वृक्ष दैनिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण कार्य में प्रयोग किया जाता है।इस वृक्ष का हर हिस्सा अमृत जैसा है। आदिवासीयों तो साल वृक्ष को कल्प वृक्ष तुल्य मानती है, क्योंकि इसकी टहनी से एक रस निकलता है तथा वह रस प्यास बुझाता है और मन को अत्यंत तृप्ति प्रदान करता है।साल वृक्ष से धुप,दातुन, लकड़ी,आदि का संग्रह किया जाता है।


            आदिवासियों द्वारा इस वृक्ष को पुजा किया जाता है। आदिवासियों का पवित्र वृक्ष में से एक है, एवं आदिवासियों के हर पवित्र स्थलों पर साल वृक्ष जरूर रहता है। झारखंड के जंगलों पर सबसे ज्यादा साल वृक्ष ही देखने को मिलता है ,इस वृक्ष के आस पास उपजाने वाले मशरूम,जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।

                    इस साल वृक्ष से आदिवासियों का सामाजिक, एवं आर्थिक स्थिति भी निर्भर रहता है एवं धार्मिक कार्यों में भी अहम भूमिकाएं निभाई जाती है।

                    इस साल वृक्ष के साथ मनाई जाने वाली पर्व त्यौहार — सरहुल पर्व (खादी,बाहा,बा पर्व), सोहराय पर्व, इत्यादि।।।।।।सरहुल पर्व

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Johar